हाइपरलूप परिवहन तकनीक का नया नाम

by - 11:33 AM


हाइपरलूप टेक्नोलॉजी परिवहन तकनीक का नया नाम जिसने,दुनिया की दूसरी बड़ी आबादी वाले देश भारत में बुलेट ट्रेन को जमीन पर उतारने का ख्वाब हकीकत की ओर बढ़ रहा है, लेकिन भविष्य में देश की जमीन पर हाइपरलूप नामकी सुपर ट्रेन भी दौड़ सकती है। इसकी रफ्तार 1,223 किलोमीटर प्रति घंटा है।
अब ये जान लीजिए कि हाइपरलूप आखिर है क्या? हाइपरलूप सुरंग में दौड़ने वाला एक कैप्सूल है जो इलेक्ट्रो मैगनेटिक फील्ड पर हवा में तैरता हुआ चलता है, और इसकी रफ्तार है। 1,223 किलोमीटर प्रति घंटा यानी आवाज़ की रफ्तार के करीब।
अगर हाइपरलूप भारत में दौड़ती है तो ट्रांसपोर्टेशन की तस्वीर ही बदल जाएगी। कई दिनों का थका देने वाला सफर महज घंटों में खत्म हो जाएगा। और आप सुपरसोनिक स्पीड पर आरामदेह सफर का मजा ले सकेंगे। हाइपरलूप ट्रेन के सपना साकार हुआ तो शहरों के बीच की दूरी घटकर मिनटों और घंटों में तब्दील हो जाएगी।

माना की दिल्ली से मुंबई के बीच की दूरी एक हजार चार सौ पंद्रह किलोमीटर है। दिल्ली से ट्रेन के जरिए मुंबई जाने में 22 से 24 घंटे लगते हैं, कार से जाने में 22 से 24 घंटे लगते हैं, अगर हवाई जहाज से जाएं तो 2 घंटे 15 मिनट लगते हैं। लेकिन अगर हाइपरलूप ट्रेन में सवार हुए तो महज 40 मिनट में दिल्ली से मुंबई का सफर पूरा होगा
हाइपरलूप जमीन पर, जमीन के नीचे और जमीन से ऊपर कहीं भी दौड़ाई जा सकती है। हाइपरलूप ट्रेन पटरियों पर नहीं दौड़ती बल्कि हवा में चलती है। इसमें पहिए भी नहीं है। इसके पीछे लैविटेशन का सिद्धांत काम करता है। ट्रेन बनाने वाली कंपनी का दावा है कि इसमें सफर तेज ही नहीं बल्कि सुरक्षित भी होगा। ये ट्रेन असल में एक कैप्सूल है जो वैक्यूम सुरंगों में दौड़ेगी।
आवाज की रफ्तार से बराबरी की कोशिश है। हाइपरलूप का मकसद सिर्फ जबरदस्त रफ़्तार ही नहीं बल्कि आपके सफ़र को एक सुकून भरा अनुभव बनाना भी है। इसके अंदर का माहौल बिल्कुल हवाई जहाज़ जैसा है। सीटें भी हवाई जहाज़ जैसी आरामदायक हैं
इम ट्रेन में दो ट्यूब होंगे जिसमें हवा बिल्कुल न के बराबर होगी यानि हवा का दवाब शून्य। ट्रेन के आगे लगा ये पंखा हवा को पीछे धकेलेगा, ठीक इसी तरह एक पंखा ट्रेन के पीछे भी लगा है जो हवा को चारों ओर फैला देगा। इस तरह ट्रेन के नीचे एयर कुशन बन जाएंगे जिससे लैविटेशन पैदा होगा। ट्रेन बिना किसी ऊर्जा के आसानी से हवा में तैर पाएगी और इसी से ट्रेन को हासिल होगी एक स्थिर और लाजवाब गति.....

You May Also Like

0 comments

..